India’s first Government Skill University

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Skill University

Admission open for PhD January 2026 Session : Published on - 08 Nov 2025 |  Apply Now for PhD Admission | 
Prof. Dinesh Kumar
Vice Chancellor
Email: vc@svsu.ac.in, vcoffice@svsu.ac.in
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About SVSU

Shri Vishwakarma Skill University (SVSU), established in Palwal, Haryana, is India’s first Government Skill University, dedicated to providing high-quality skill education. Founded by the Government of Haryana, SVSU is a pioneering institution focused on bridging the gap between industry requirements and academia by delivering industry-aligned, hands-on skill programs.

SVSU’s mission is to empower youth with advanced skills, knowledge, and employability through a unique model of skill education that combines theoretical learning with practical exposure. Our industry partnerships and collaborations with leading organizations offer students experiential learning through internships, apprenticeships, and on-the-job training, which equip them with the competencies required in today’s job market.

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Latest from Shri Vishwakarma Skill University

What's Happening in SVSU

26 Nov 2025

टेडएक्स एसवीएसयू में हुआ रचनात्मक मंथन

श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में बुधवार को टेडएक्स एसवीएसयू का आयोजन किया गया। इस महाकुंभ में देश-दुनिया के प्रतिष्ठित विषेशज्ञों ने तकनीक, एंटरटेनमेंट और डिजाइन के विविध रोचक और प्रासंगिक आयामों पर मंथन किया। टेडएक्स में लेखक, प्रेरक वक्ता, प्रशिक्षक, मनोवैज्ञानिक, फैशन और डिजाइन की दुनिया की नामी हस्तियां शामिल हुई। विशेषज्ञों ने विद्यार्थियों को कल्पनाओं को वास्तविकता में परिवर्तित करने के गुर सिखाए। डिपार्टमेंट ऑफ़ स्टूडेंट्स वेलफेयर द्वारा आयोजित टेडएक्स एसवीएसयू का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन से हुआ और कुलगुरु प्रोफेसर दिनेश कुमार इन अनोखे आयोजन के लिए सभी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि टेडएक्स नए विचारों को जन्म देने और उन्हें क्रियान्वित करने वाला एक शानदार मंच है। इससे विद्यार्थियों को नवाचार करने की प्रेरणा मिलेगी। मुख्यातिथि के रूप में ब्रह्मा टैंक और लेखारी फॉउण्डेशन के संस्थापक गुरमीत लेखारी ने कहा कि टेडएक्स से विद्यार्थियों को अनोखे आईडिया और उन्हें क्रियान्वित करने की ललक मिलेगी। उन्होंने विद्यार्थियों को कुछ नया सोचने और उस पर पूरे जुनून से काम करने के लिए प्रेरित किया। कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने कहा कि खुली आंखों से सपने देखें और उन्हें साकार करने के लिए पूरी शिद्द्त से काम करें। उन्होंने विद्यार्थियों को पॉसिब्लिटी, परफॉर्मेंस और पैशन का सिद्धांत अपनाने के लिए प्रेरित किया। विशिष्ट अतिथि, सुरक्षा विश्लेषक कर्नल (रि.) उत्कर्ष सिंह राठौर ने विद्यार्थियों को देश के बहुमुखी विकास में अपना योगदान सुनिश्चित करने का आह्वान किया। प्रोफेसर ऊषा बत्रा ने आपने अनुभव साझा किए। डीन, स्किल फैकल्टी ऑफ़ इंजीनियरिंग एन्ड टेक्नोलॉजी प्रोफेसर आशीष श्रीवास्तव ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि टेडएक्स बौद्धिक विशेषज्ञों का समूह है इससे विद्यार्थियों को बहुत लाभ होगा। अकादमिक अधिष्ठाता प्रोफेसर विक्रम सिंह ने कहा कि टेडएक्स एसवीएसयू से विद्यार्थियों के कौशल विकास एवं उन्हें तकनीकी तौर पर और सशक्त बनाने में सहायता मिलेगी। छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रोफेसर कुलवंत सिंह ने टेडएक्स एसवीएसयूके उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। सभी विशेषज्ञों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की। टेडएक्स एसवीएसयू में मिसेज इंडिया इंटरनेशनल क्वीन-2025 कनुप्रिया मोहन, लाइफ डिज़ाइनर डॉ. सीमा मिड्ढा, आस्था सेल्फ डिफेंस एकेडमी की संस्थापक आस्था अग्रवाल, यूथ डिजिटल वैलनेस की संस्थापक अमरीन कौर भाटी, मनोज कुमार पी., मनोरथा बिल्डर्स के प्रबंध निदेशक उमराव सिंह, मनोवैज्ञानिक नित्या रुहिल, हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. हेमंत शर्मा, लारण्या अग्रवाल, ओविया सिंह, पेरेंटिंग कोच संदीप कुमार और सोमांशु गौड़ ने विशेषज्ञ के रूप में अपने व्याख्यान दिए। डॉ. मनीष कुमार एवं आयुष आर्य ने अतिथियों का आभार ज्ञापित किया। इस अवसर पर ग्रीन टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट के अध्यक्ष प्रोफेसर सुनील कुमार गर्ग, डॉ. संजय राठौर, डॉ. सोहन लाल, संशबीर डागर, पंकज सोनी, आयुष आर्य, प्रवेश, आकाश, प्रिया और ख़ुशी सहित काफी संख्या में शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित थे।

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25 Nov 2025

एसवीएसयू में फ्यूचर टेक-2025 आयोजित

श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर दिनेश कुमार ने कहा कि कौशल आधारित भविष्य का निर्माण तभी संभव है, जब अकादमिक और उद्योग के बीच मजबूत सेतु स्थापित हो। विद्यार्थी उद्योग की वास्तविक चुनौतियों को समझें और फिर उसी के अनुरूप कार्य करें। वह विश्वविद्यालय में फ्यूचर टेक-2025 का उद्घाटन करते हुए मुख्यातिथि के रूप में बोल रहे थे। कंप्यूटर साइंस एवं आईटी विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में उद्योग जगत की कई बड़ी विभूतियों ने हिस्सा लिया। उन्होंने एआई और साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में वर्तमान परिदृश्य, रोजगार की संभावनाओं और आने वाले तकनीकी अवसरों पर अपने विचार साझा किए। कुलगुरु प्रोफेसर दिनेश कुमार ने कहा कि उद्योग एवं कॉरपोरेट के तत्वावधान में विद्यार्थियों को जॉब रेडी बनाना हमारा मुख्य लक्ष्य है। उन्होंने विद्यार्थियों से उद्योग की आवश्यकताओं को चिन्हित कर उनके अनुसार खुद से तैयार करने का आह्वान किया। कुलगुरु प्रोफेसर दिनेश कुमार ने कहा कि फ्यूचर टेक-2025 के माध्यम से विद्यार्थी उद्योग एवं कॉर्पोरेट जगत की हस्तियों के अनुभव से अवश्य ही लाभान्वित होंगे। इससे विद्यार्थियों को नई तकनीकों की वास्तविक मांग और अपेक्षाओं को समझने का अवसर मिलेगा। वेलोटेक के सीईओ डॉ. प्रतीक थापर, एचसीएल साइबर सिक्योरिटी के एसोसिएट कंसल्टेंट मेहर चंद और विलयेर के संस्थापक एवं सीईओ राहुल श्योकंद ने साइबर सुरक्षा, जेनरेटिव एआई तथा उद्योग प्रक्रियाओं में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की बदलती भूमिका पर अपने वक्तव्य दिए और विद्यार्थियों को इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए प्रेरित किया। दूसरे सत्र में यश कौशिक, डाटा एनालिस्ट कौस्तुभ गोयल, इंनोविड के सीईओ डॉ. कपिल गौड़, डेलॉइटे से एक्सपर्ट डॉ. कमलेश व्यास, गूगल की ओर से आर्यन तथा एसएनपी ग्लोबल की ओर से शैलेश कुमार ने व्याख्यान दिया। कार्यक्रम में बीटेक अंतिम वर्ष के छात्रों को भविष्य की उभरती तकनीकों से भी परिचित करवाया गया। पैनल चर्चा और इंटर्नशिप इंटरव्यू के माध्यम से विद्यार्थियों को विभिन्न पहलुओं से अवगत करवाया गया। ट्रांजिट कैंपस की निदेशक प्रोफेसर सुजाता शाही ने इंडस्ट्री के साथ इस समन्वय की सराहना की। विभागाध्यक्ष प्रोफेसर ऊषा बत्रा ने सभी अतिथियों का आभार ज्ञापित किया। इस अवसर पर इरा की निदेशक चंचल भारद्वाज, इंडस्ट्री इंटीग्रेशन के उप निदेशक अमीष अमेय, कुंदन, दीपक सिंह और अनु चौधरी सहित कई अन्य शिक्षक, अधिकारी और विद्यार्थी उपस्थित थे।

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21 Nov 2025

हाइड्रोजन भविष्य का ईंधन है- प्रोफेसर दिनेश कुमार

श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर दिनेश कुमार ने कहा कि हाइड्रोजन भविष्य का ईंधन है। हाइड्रोजन प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए वरदान साबित होगा। इस ग्रीन एनर्जी की दिशा में बड़े स्तर पर शोध करने की आवश्यकता है। वे बृस्पतिवार को श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के स्किल फैकल्टी ऑफ़ एप्लाइड साइंस एंड ह्यूमैनिटी द्वारा अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के सहयोग से आयोजित राष्ट्रीय स्तर की दो दिवसीय कार्यशाला में मुख्यातिथि के रूप में बोल रहे थे। इस कार्यशाला में हाइड्रोजन के क्षेत्र में शोधरत देश के कई प्रतिष्ठित विशेषज्ञ भागीदारी कर रहे हैं। कुलगुरु प्रोफेसर दिनेश कुमार ने सभी से हाइड्रोजन के क्षेत्र में शोध को गति देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि भारत सरकार हाइड्रोजन एनर्जी को एक मिशन के रूप में लेकर चल रही है। इस क्षेत्र में होने वाले नवाचार देश की दशा और दिशा दोनों बदल सकते हैं। कार्यशाला के समन्वयक और स्किल फैकल्टी ऑफ़ एप्लाइड साइंस एंड ह्यूमैनिटी के डीन प्रोफेसर आर इस राठौड़ ने इस कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद ने हाइड्रोजन शोध के विषय पर भारतीय भाषाओं में चर्चा करने की पहल की है। उसी के अंतर्गत हाइड्रोजन ऊर्जा- सतत एवं आत्मनिर्भर भविष्य की ओर विषय पर देश भर से आए कई विशेषज्ञ इस कार्यशाला में मंथन करेंगे। प्रोफेसर राठौड़ ने कहा कि हाइड्रोजन एनर्जी की इंडस्ट्री में बड़ी भूमिका है। हाइड्रोजन को ईंधन के रूप में इस्तेमाल करने की संभावनाओं पर बड़े स्तर पर मंथन हो रहा है, उसी कड़ी में यह कार्यशाला आयोजित की जा रही है। अकादमिक अधिष्ठाता प्रोफेसर विक्रम सिंह ने कहा कि ऊर्जा की आवश्यकताओं को नजरंदाज नहीं किया जा सकता। हाइड्रोजन एनर्जी एक बड़ा स्रोत है, जो हमारी जरूरतों को बिना कार्बन उत्सर्जन के पूरा कर सकता है। प्रोफेसर विक्रम सिंह ने कहा कि एनसीआर में प्रदूषण गंभीर मुद्दा है। हाइड्रोजन यदि ऊर्जा के रूप में मिलती है, तो यह क्रांतिकारी कदम होगा। आईआईटी दिल्ली के प्रोफेसर आरपी सिंह, हाइड्रोजन सेक्टर स्किल काउन्सिल, नोएडा के सीईओ एसके बॉस, आईओसीएल, फरीदाबाद के डीजीएम डॉ. सौहार्द सिंह और ईओसीएल के सेवानिवृत्त मुख्य महा निदेशक डॉ. गोपाल कृष्ण आचार्य ने पहले दिन हाइड्रोजन एनर्जी की संभावनाओं और क्षमताओं पर अपने वक्तव्य प्रस्तुत किए। सह समन्वयक डॉ. कल्पना माहेश्वरी ने मंच संचालन किया और डॉ. मोहित श्रीवास्तव ने अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर ग्रीन टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट के चेयरमैन प्रोफेसर सुनील गर्ग, प्रोफेसर सुरेश कुमार, डीन आशीष श्रीवास्तव, प्रोफेसर कुलवंत सिंह, प्रोफेसर ऊषा बत्रा सहित काफी संख्या में शिक्षक, स्कॉलर और विद्यार्थी उपस्थित थे।

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21 Nov 2025

देशभक्ति की बयार और लोक संस्कृति की बहार में झूमे एसवीएसयू के युवा

कभी देशभक्ति की बयार तो कभी लोक संस्कृति की बहार। सभागार लगातार गूंजता रहा और युवा मस्ती में झूमते रहे। मशहूर गायक गजेंद्र फोगाट ने समाँ बाँध दिया। उनकी गायकी का जादू युवाओं के सिर चढ़कर बोला। मौक़ा था श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के सप्तम स्थापना दिवस समारोह का। गजेंद्र फोगाट ने सभागार में मौजूद हर व्यक्ति को झूमने और थिरकने पर विवश कर दिया। गजेंद्र फोगाट ने युवाओं से सीधा संवाद कायम किया और कहा कि एक विश्वविद्यालय ने आतंकी पैदा किए, लेकिन श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के युवाओं में देशभक्ति की भावना हिलोरें ले रही है। देश प्रेम का यह ज्वार अपने आप में अभूतपूर्व है। उन्होंने वन्देमातरम गा कर सबको राष्ट्र प्रेम से सराबोर कर दिया। हजारों दर्शकों ने फ़िजा को वन्देमातरम से गुंजायमान कर दिया। शहीद-ए आज़म भगत सिंह पर उनकी प्रस्तुति ने रोंगटे खड़े कर दिए और जोश में युवाओं ने उनके साथ खूब ताल में ताल मिलाई। गजेंद्र फोगाट ने देर शाम तक युवाओं को अपनी गायकी से बांधे रखा। उनके मशहूर हरियाणवी गाने 'कौन कवै सै बहू काले की' और 'मेरा जी लागग्या सै बाब्यां मैं' ने खूब धूम मचाई। पलवल के गायक एचआर कलाकर ने भी अपनी गायकी से खूब वाहवाही बटोरी। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रोफेसर कुलवंत सिंह और डायरेक्टर यूथ वेलफेयर अनिल कौशिक ने गजेंद्र फोगाट और उनकी टीम को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

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